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सोमवार, 15 जून 2020

अलविदा सुशांत


Sushant Singh Rajput's last rites to be held in Mumbai on Monday ...
माना जीवन की  धूप  कड़ी थी, 
पर  ये  दुनिया  बहुत  बडी  थी,   
ढूंढ के तो देखा होता  
पग -पग पे छाँव खडी थी! 
 मधुर मुस्कानों  के   पीछे क्यों ?
   मायूसी के  तम काले थे ,
कैसे नजर से  हुये ओझल 
जीवन  के असीम  उजाले थे,  
किस ठोकर से नियति की /
टूटी सांसों की लड़ी थी  ?
 सुनों  सुशांत !  हुए क्यों शांत ? 
  करके  अशांत अपनों को ,
सब कुछ था तुम्हारी झोली में  
लगे  पंख सुंदर   सपनों को , 
दिखला देते किसी अपने को 
जो   मन  में  पीर  गड़ी थी। 

 अश्रुपूरित नमन